मुख्य नियंत्रण सुविधा
भारतीय भू- तुल्यकाली उपग्रह प्रणाली का केंद्र

कर्नाटक के हासन तथा मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित मुख्य नियंत्रण सुविधा इन्सैट, जीसैट, ई.ओ.एस., सी.एम.एस नामक इसरो के सभी भू स्थिर, भूतुल्यकाली उपग्रहों तथा आई.आर.एन.एस.एस श्रेणी के उपग्रहों का मॉनीटरन तथा नियंत्रण करता है। एम.सी.एफ पश्चिम में पर्शिया की खाड़ी से लेकर पूर्व में अस्ट्रेलिया तक, जो कि 150 डिग्री का एक जियो आर्क है, संपूर्ण रेडियो दृश्यता कवरेज प्रदान करता है, जिस कारण यह दक्षिण एशियाई क्षेत्रों में एक आदर्श नियंत्रण केंद्र माना जाता है।
एम.सी.एफ में संचार, नौवहन तथा मौसमविज्ञानीय नीतभारों के लिए भारतीय भूतुल्यकाली अंतरिक्ष परिसंपत्तियों के प्रचालन हेतु विशेषज्ञता है। इन सभी भूतुल्यकाली उपग्रहों का वंछित कक्षा में मॉनीटरन, प्रचालन तथा अनुरक्षण किया जाता है ।
हमारी क्षमताएं
बहु-उपग्रह प्रचालन
एम.सी.एफ भूतुल्यकाली एवं आई.आर.एन.एस.एस. श्रेणी के अंतरिक्षयान के प्रमोचन से लेकर पूर्व कक्षा चरण (एल.ई.ओ.पी.) के अंतरिक्षयान प्रमोचनों हेतु उत्तरदायी है, प्रमोचक रॉकेट द्वारा भूतुल्यकाली अंतरण कक्षा (जी.टी.ओ) अथवा उप – जी.टी.ओ. में अंतःक्षेपित अंतरिक्षयान के कक्षा उत्थापन में बहु – अवृत्ति बैंडों में प्रचालनरत संचार नीतभारों की कक्षीय जाँचों (आई.ओ.टी), मौसमविज्ञानीय, नौसंचलानीय तथा वैज्ञानिक नीतभारों और तदनंतर कक्षा स्थित प्रचालनों में सक्षम है। एम.सी.एफ में द्वि प्रमोचनों तथा अंतरिक्षायान के द्वि अंतःक्षेपण को सँभालने की क्षमता उपलब्ध है।
एम.सी.एफ की गतिविधियों में चौबीसों घंटे अनुवर्तन, दूरमिति एवं आदेश (टी.टी एवं सी.) प्रचालन, तथा ग्रहण संबंधी प्रबंधन, केंद्र रख-रखाव सुनियोजित परिचालनों तथा आपातकालीन स्थितियों में पुनः प्राप्ति कार्रवाइयां करना शामिल हैं। एम.सी.एफ उपग्रह नीतभारों के प्रभावी उपयोग तथा सेवा संबंधी बाधाओं को कम करने के लिए प्रयोक्ता एजेंसियों के साथ विचार –विमर्श करता है।
यह मिशन कालावधि की समाप्ति पर अंतरिक्षायान द्वारा कार्य करना बंद करने के बाद उसे कक्षा से बाहर निकालने के कार्य को भी संभालता है। इन प्रचालनों को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए, एम.सी.एफ हासन में अंतरिक्षयान नियंत्रण केंद्रों, प्रमोचन नियंत्रण केंद्र, मिशन कंप्यूटर नेटवर्क तथा उपग्रह नियंत्रण भू-स्टेशनों एवं ऐंटेनाओं के टी.टी.सी एवं आर भू नेटवर्क सहित एक समेकित सुविधा है।
एक भू स्थिर उपग्रह के जीवन चक्र में निम्नलिखित तीन विशिष्ट चरण होते हैं
- आरंभिक चरण (एल.ई.ओ.पी.)
- कक्षा चरण (सामान्य चरण)
- जीवन चरण की समाप्ति (ई.ओ.एल.)
एम.सी.एफ की गतिविधियों में निम्नलिखित शामिल हैं :
-
चौबीसो घंटे प्रचालन
उपग्रह स्वास्थ मॉनीटरन तथा नियंत्रण, केंद्र रख-रखाव सुनियोजित परिचालन, ग्रहण संबधी प्रबंधन, अंतरिक्षयान आपातकाल प्रबंधन -
उड़ान गतिकी गतिविधियां
आरंभिक चरण कक्षा उत्थापन, कक्षा रख-रखाव एवं सह-अवस्थिति प्रबंधन, अंतरिक्ष मलबे से टकराव से बचने के लिए अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता (एस.एस.ए), कक्षीय पुनः अवस्थिति, पुनः परिक्रमा तथा मिशन कालावधि की समाप्ति (ई.ओ.एल.) पर उपग्रहों को बंद करना। -
अनुवर्तन, दूरमिति, आदेश तथा परासन (टी.टी.सी एवं आर) एवं प्रयोक्ता सेवाएं
नीतभारों की कक्षीय जांच (आई.ओ.टी), प्रयोक्ता सेवाएं सहायता, नीतभार अंतरापृष्ट विभेदन एवं हस्तक्षेप करने वाले स्रोत की भू- अवस्थिति। -
उपग्रह आंकड़ा प्रसंस्करण
उपग्रह दूरमिति आंकड़ा अर्जन,प्रसंस्करण एवं भंडारण
दूरमिति अनुवर्तन, आदेश एवं परासन (टी.टी.सी.व आर) नेटवर्क

हासन स्थित पूर्ण गति ऐंटेना (एफ.एम.ए) तथा सीमित गति ऐंटेना/पूर्ण कवरेज ऐंटेना (एल.एम.ए)/एफ.सी.ए तथा भोपाल में .लगे एफ.एम.ए. एवं एल.एम.ए/ एफ.सी.ए. वाले तीन उपग्रह नियंत्रण भू-केंद्र सहित दस उपग्रह नियंत्रण भू-केंद्रों (एम.सी.ई.एस) की समेकित सुविधा समन्वयन के साथ प्रचालन संबंधी कार्यों का निष्पादन करती है।
सी-बैंड, के.यू बैंड एवं विस्तारित सी-बैंड में प्रचालनरत उपग्रह नियंत्रण भू-केंद्र(एस.सी.ई.एस) कक्षीय उपग्रहों के लिए टी.टी.सी एवं आर सहायता मुहैया करते हैं। एल.ई.ओ.पी सहायता के दौरान, हासन, भोपाल एवं पृथ्वी के अन्य स्थानों पर भाड़े पर लिए गए केंद्रों का प्रयोग करते हुए एम.सी.एफ एक वैश्विक टी.टी.सी. एवं आर. नेटवर्क की सुविधा प्रदान करता है। एकल ऐंटेना टार्मिनल का प्रयोग करते हुए सहस्थापित उपग्रहों के टी.टी.सी प्रचालन सहायता की क्षमता ने भू हार्डवेयर के प्रभावी उपयोग को मुहैया कराया है। यू.एच.एफ., एल.एस.सी, विस्तारित – सी, के.यू एवं के.ए बैंडो में नीतभारों की नीतभार सहायता एवं कक्षीय परीक्षण(आइ.ओ.टी.) की सुविधा एम.सी.एफ. द्वारा मुहैया की जाती है। जीसैट -19 एवं जीसैट -11 जैसे उच्च प्रवाह क्षमता उपग्रह के प्रचालनों को अपेक्षित भू-आधारित बीकन केंद्र नेटवर्क से सुविधा प्रदान की जाती है।
अंतरिक्षयान नियंत्रण केंद्र (एस.सी.सी)

अंतरिक्षयान नियंत्रण केंद्र (एस.एस.सी) सभी अंतरिक्षयान के लिए मॉनीटरन तथा नियंत्रण सुविधाएं मुहैया कराता है। यहाँ पर निष्पादित होने वाले प्रचालन हैं स्वास्थ्य मॉनीटरन, अभिवृत्ति रख-रखाव, कक्षा तथा सह- अवस्थिति प्रबंधन, ग्रहण संबंधी प्रबंधन, आपातकालीन समय में संभालना, नीतभार प्रबंधन, निष्पादन मूल्यांकन, रूझान विश्लेषण, शेष नोदक आंकलन, सौर उर्जा निम्नीकरण आंकलन, अंतरिक्ष मौसम मॉनीटरन तथा चेतावनी आदि।
एस.एस.सी आदेश, दूरमिति मॉनीटरन के लिए विश्व – स्तरीय साफ्टवेयर अनुप्रयोगों, अत्याधुनिक हार्डवेयर तथा सहायक उपकरणों सहित वास्तविक समय ग्राफिक्स से लैस है।
एल.ई.ओ.पी नियंत्रण केंद्र (एल.सी.सी) – हासन

एल.ई.ओ.पी नियंत्रण केंद्र (एल.सी.सी) प्रमोचन के बाद सभी आरंभिक चरण प्रचालनों में सहायता प्रदान करता है। एल.ई.ओ.पी अवसंरचना की पहचान मिशन नियंत्रण, भू-सहायता तथा नेटवर्क स्टेशन सहायता के लिए सुविधाओं के संवर्धन द्वारा द्वि प्रमोचन क्षमता को पूरा करने के लिए की गई है।
प्रमोचक रॉकेट से बाहर निकलने के बाद आरंभिक दीर्घवृत्तीय कक्षा को कम से कम तीन अपभू मोटर ज्वालन के कक्षा उत्थापन सुनियोजित परिचालन के साथ वृत्तीय बनाया जाता है। इन प्रचालनों के बाद, मिशन आवश्यकता के अनुसार, सौर पैनल तथा ऐंटेना परावर्तक प्रस्तरण किया जाता है, निर्धारित कक्षीय स्लॉट में अंतरिक्षयान को अवस्थित करने के लिए त्रि –अक्षीय स्थायीकरण एवं स्टेशन अर्जन सुनियोजित परिचालन किया जाता है।
उपग्रह डाटा प्रसंस्करण – मिशन कंप्यूटर नेटवर्क

मिशन कंप्यूटर प्रणालियां एम.सी.एफ. का एक महत्वपूर्ण अंग हैं जहां सभी अंतरिक्षयानों का डाटा संग्रहित, प्रसंस्कृत किया जाता है तथा एक समर्पित मिशन नेटवर्क के माध्यम से एम.सी.एफ में फैले विभिन्न प्रचालन क्षेत्रों में ग्राहकों को वस्तविक समय में एवं ऑफलाइन आधार पर आबंटित किया जाता है।
मिशन कंप्यूटर प्रणालियां टी.सी.पी./आई.पी. नेटवर्क पर सर्वर – ग्राहक संरचना के रूप में संरूपित की जाती है। सामान्यतः उसी अंतरिक्षयान डाटा के संग्रह हेतु दो सेटअप सर्वर संरूपित किए जाते हैं, जिसमें एक सेटअप प्राईम चेन कहलाता है तथा दूसरा सेटअप बैकअप चेन कहलाता है। किसी भी कारण से कोई भी सर्वर डाउन हो जाने की स्थिति में भी डाटा द्वितीय चेन सर्वर एवं ग्राहकों को उपलब्ध रहता है।
मिशन नेटवर्क में कंप्यूटर सर्वर, फाइल सर्वर, नेटवर्क से जुड़ी भंडारण एवं ग्राहक कार्य केंद्र मुख्य तत्व हैं।
एम.सी.एफ में तारा सांस्थितिकी में मिशन नेटवर्क नियोजित किया गया है, जिसके माध्यम से सभी कंप्यूटर प्रणालियां परस्पर जुड़ी हुई हैं।
नीतभारों के कक्षीय परीक्षण (आई.ओ.टी.) हेतु सुविधा

सभी जी.एस.ओ/जी.ई.ओ अंतरिक्षयान नीतभारो के कक्षीय परीक्षण हेतु एम.सी.एफ नोडल केंद्र हैं। प्रमोचन के बाद नीतभार प्रणालियों की जाँच करने, प्रमोचन के पश्चात तथा नीतभार के संपूर्ण जीवनकाल हेतु संदर्भ के रूप में कार्य करने हेतु मुख्य कार्य निष्पादन प्राचलों का आंकलन करने के लिए उपग्रह नीतभारों का कक्षीय परीक्षण किया जाता है। सभी इन्सैट/जीसैट एवं आई.आर.एन.एस.एस. उपग्रहों के लिए कक्षीय परीक्षण को निष्पदित किया गया है।
- संचार नौवहन एवं मौसमविज्ञानीय नीतभारों का परिक्षण करना ।
- केंद्र अंशांकन तथा उपग्रह डेटाबेस का सृजन करना |
- उच्च परिशुद्द परीक्षण परिणाम प्रदान करने हेतु स्वचालित परीक्षण सेट-अप प्रदान करना।
- परियोजना विशिष्ट संवर्धन हेतु लचीलापन प्रदान करना।
- यू.एच.एफ.,एल.,एस.,सी., विस्तारित – सी., के.यू एवं के.ए बैंड हेतु कक्षीय परीक्षण करने हेतु सुविधाएँ प्रदान करना।
- समय अवधि आधारित कक्षीय परीक्षण योजना सृजन एवं सामयिक क्रियान्वयन करना।
व्यतिकरण मॉनीटरन एंव भूस्थान सुविधा

एम.सी.एफ. सेवा सक्रियण, सेवा प्रवसन, अपलिंक स्तरों का मान दंड तैयार करने, प्रयोक्ता टर्मिनल इष्टतमीकरण एवं संचार लिंक इष्टमीकरण जैसी गतिविधियों हेतु प्रयोक्ता सहायता का समन्वयन करता है। एम.सी.एफ. में पूर्ण-रूपेण वाहक, व्यतिकरण मॉनीटरन एवं भू-स्थान सुविधा है।
सुविधा में आवृत्ति, बैंड विस्तार एवं विद्युत अतिक्रमण, क्रॉस-पोल व्यतिकरण वाहक – आई.डी, वाहक दर वाहक, प्रेषानुकर प्रचालन बिंदु इत्यादि जैसी मॉनीटरन विशेषताएं हैं।
एम.सी.एफ. में इस उन्नत सुविधा एवं तकनीकी विशेषज्ञता का प्रयोग करते हुए प्रयोक्ताओं के बीच के व्यतिकरण मामले संतोषजनक प्रयोक्ता प्रचालन हेतु प्राथमिकता आधार पर सुलझाए जाते है।
इस सुविधा का प्रयोग व्यतिकरण सर्वेक्षण एवं तदनंतर एल.ई.ओ.पी., ए.एम.एफ. एवं डिफ्ट कक्षा प्रचालनों जैसी महत्वपूर्ण प्रमोचन गतिविधियों के समन्वयन लिए भी किया जाता है।
विशेष सुविधाएं

कक्षा स्थित उपग्रहों की अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता (एस.एस.सी) में सुधार लाने के लिए पोण्मुडी(केरल) तथा माऊंट आबू (राजस्थान) में प्रकाशिकी दूरबनों को प्रचालित करने के लिए एस.पी.आर.ओ.सी सुविधाओं (उपग्रह प्रकाशमिति, लेज़र रेंजिंग तथा प्रकाशिकी संचार) की स्थापना की गई है। परिमाणक्रम में कक्षा स्थित अंतरिक्षयान की अवस्थिति सटीकता में सुधार लाने के लिए एन.ई.सैक. शिलांग में एक तीसरे – स्थल परासन स्टेशन की स्थापना की गई है ।
मिशन विश्लेषण कक्ष (एम.ए.आर)

एम.ए.आर सुविधाएं उप प्रणाली इंजीनियरों के समर्पित टीम द्वारा, जो प्रणाली निष्पादन / स्वास्थ का विश्लेषण करती है और योजित प्रचालनों तथा विसंगतियों सहित आवश्यकता अनुसार आवश्यक कार्रवाइयां करते हुए मिशन आंकड़ा का पूर्व तथा पश्च विश्लेषण मुहैया करवाती है । अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग करते हुए सभी वर्तमान तथा पूर्व के मिशानों के व्यापक आंकडों के साथ सांख्यिकी तरीके से उप प्रणाली के प्रत्येक घटक के ढंग को समझने के लिए रूझान विशेषण संबंधी कार्य किया जाता है।