संचार, नौवहन तथा भू – प्रेक्षण जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए भूतुल्यकाली उपग्रहों का मॉनीटरन तथा नियंत्रण करना .
प्रमोचक रॉकेट द्वारा अंतरिक्ष में उपग्रह के अंतः क्षेपण से लेकर मिशन कालावधि की समाप्ति पर उपग्रह द्वारा कार्य करना बंद करने तक अंतरिक्षयान के संपूर्ण कार्यकाल हेतु उत्तरदायी।.
प्रमोचन संबंधी प्रचालन -हासन तथा भोपाल में टी.टी.सी ऐंटेनाओं को प्रस्तारित करते हुए प्रमोचन तथा कक्षा –
पूर्व चरण प्रचालनों (एल.ई.ओ.पी) को पूरा करना, बाहरी एजेंसियों से टी.टी.सी नेटवर्क को भाड़े पर लेते हुए एक वैश्विक नेटवर्क की स्थापना करना, आवश्यक संचार लिकों की
स्थापना करना अन्य एजेंसियों के साथ फ्लाई – बाई समन्वयन करना, कक्षीय जाँच (आई.ओ.टी) नीतभार, सेवा को सक्रिय करने तथा उसका स्थानांतरण आदि के लिए प्रयोक्ता समन्वयन करना
कक्षा में प्रचालन - अंतरिक्षयान स्वास्थ्य मॉनीटरन तथा नियंत्रण, कक्षा प्रबंधन – परासन, कक्षा निर्धारण, सह स्थिति प्रबंधन, स्टेशन रख रखाव और कक्षीय पुनः अवस्थिति,
अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता (एस.एस.ए) गतिविधियां, नीतभार प्रबंधन, ग्रहण संबंधी प्रचालन, कक्षीय जीवनकाल मूल्यांकन, अंतरिक्षयान आपातकाल समय में प्रबंधन, प्रयोक्ता समन्वयन, वाहक तथा व्यतिकरण मॉनीटरन एवं विभेदन आदि ।
प्रमोचन संबंधी प्रचालनों (एल.ई.ओ.पी), नीतभार का आई.ओ.टी कक्षा में प्रचालन – ऐंटेना आर.एफ, आधार बैंड एवं कंप्यूटर प्रणालियों, सिविल,
इलेक्ट्रिकल तथा वातानुकूलन प्रणालियां आदि के लिए अवसंरचना की स्थापना तथा रखरखाव करना।
अंतरिक्ष विज्ञान संबंधी क्रिया – कलापों में स्कूलों , कॉलेजों तथा शिक्षा जगत के लिए अवसरों को प्रदान करते हुए छात्र समुदाय को बढ़ावा देना तथा प्रोत्साहित करना